जन्म तो सबको मिलता है,
लेकिन जीवन सबको नहीं मिलता
जीवन एक सर्वथा अनूठी घटना है !
जीते जी जाना, साँसे लिए जाना
ही जीवन नहीं है
जीवन वहाँ है
जहाँ प्रेम की झील में
अनुग्रह के फूल खिलते हैं
जहाँ मैं के महासागर में
शुन्य की नाव तैरती है
जहाँ साक्षी के आकाश में
श्रद्धा का चन्द्रमा चमकता है
जीवन प्रवाह है - समस्त विपरीतताओं को
अपने में समेट कर बहता हुआ
चिर पुरातन, चिर नवीन, अभी और यहीं,
वर्तमान के शाश्वत क्षण में