आज के दिन
हर माँ अपने बच्चों के लिए
उनकी सलामती औ लम्बी उम्र के लिए
ललही छठ का व्रत रहती है।
वो देखना चाहती हैं
अपने लाल को सदा सुखी और स्वस्थ
अनेकों विधि-विधान
अन्न जल त्याग
छठ माई से उनके लिए
करती हैं दुआएं।
पर उन माताओं के दुख और
पीड़ा का कोई आंकलन नहीं
जिनके लाल
कलेजे के टुकड़े छिन गये
लापरवाही के शिकार हो गये।